भारत में 2 जनवरी को "विश्व संगीत दिवस" या "विश्व संगीत दिवस" के रूप में मनाया जाता है, लेकिन यह कोई राष्ट्रीय अवकाश नहीं है।
हालांकि, भारत में 2 जनवरी को "स्वास्थ्य कर्मी दिवस" के रूप में भी मनाया जाता है, जो स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।विश्व संगीत दिवस
संगीत हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। यह हमें खुशी, शांति और आनंद प्रदान करता है। संगीत की शक्ति को समझने और इसके महत्व को बढ़ावा देने के लिए, हर साल 2 जनवरी को विश्व संगीत दिवस के रूप में मनाया जाता है।
संगीत का इतिहास बहुत पुराना है। यह हमारी संस्कृति, परंपराओं और भावनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। संगीत के माध्यम से, हम अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं, अपनी संस्कृति को संरक्षित कर सकते हैं और दूसरों के साथ जुड़ सकते हैं।
विश्व संगीत दिवस का उद्देश्य संगीत के महत्व को बढ़ावा देना और इसके प्रति जागरूकता फैलाना है। इस दिन, संगीतकार, गायक और संगीत प्रेमी विभिन्न कार्यक्रमों और समारोहों में भाग लेते हैं।
हमें संगीत के महत्व को समझना चाहिए और इसके प्रति सम्मान दिखाना चाहिए। हमें संगीत को बढ़ावा देने और इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए काम करना चाहिए।
अंत में, विश्व संगीत दिवस हमें संगीत के महत्व को याद दिलाता है और हमें इसके प्रति सम्मान दिखाने के लिए प्रेरित करता है। आइए हम संगीत को बढ़ावा देने और इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिएभारतीय संगीत जगत में कई महान संगीतकार हुए हैं जिन्होंने अपनी संगीत प्रतिभा से दुनिया को मोहित किया है। यहाँ कुछ प्रसिद्ध संगीतकारों के नाम हैं जो अब हमारे बीच नहीं हैं:
शास्त्रीय संगीतकार
1. *पंडित रविशंकर*: सितार वादक और भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान प्रतिपादक।
2. *उस्ताद अली अकबर खान*: सरोद वादक और भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान प्रतिपादक।
3. *पंडित भीमसेन जोशी*: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के महान गायक।
4. *एमएस सुब्बुलक्ष्मी*: कर्नाटक शास्त्रीय संगीत की महान गायिका।
5. *पंडित विलायत खान*: सितार वादक और भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान प्रतिपादक।
फिल्म संगीतकार
1. *नौशाद अली*: हिंदी फिल्मों के महान संगीतकार।
2. *एसडी बर्मन*: हिंदी फिल्मों के महान संगीतकार।
3. *राहुल देव बर्मन*: हिंदी फिल्मों के महान संगीतकार।
4. *मदन मोहन*: हिंदी फिल्मों के महान संगीतकार।
5. *ओपी नैयर*: हिंदी फिल्मों के महान संगीतकार।
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लोक संगीतकार
1. *भीखू म्हात्रे*: मराठी लोक संगीत के महान गायक।
2. *पंडित कुमार गंधर्व*: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत के महान गायक।
3. *शुभा मुद्गल*: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत की महान गायिका।
4. *पंडित जसराज*: हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत के महान गायक।
5. *एमएस सुब्बुलक्ष्मी*: कर्नाटक शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत की उत्पत्ति प्राचीन काल में हुई थी, जब मनुष्य ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए ध्वनियों का उपयोग करना शुरू किया था। यह ध्वनियाँ प्रकृति से प्रेरित थीं, जैसे कि पक्षियों की चहचहाहट, हवा की सरसराहट और जल की ध्वनि।
इन ध्वनियों को संगठित करके, मनुष्य ने संगीत की उत्पत्ति की। प्राचीन सभ्यताओं में संगीत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था, जैसे कि पूजा-पाठ, उत्सवों और समारोहों में।
संगीत की उत्पत्ति के साथ ही, विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्रों का विकास हुआ, जैसे कि तानपुरा, सितार, तबला और वीणा। इन वाद्य यंत्रों के साथ, संगीत की विविधता और जटिलता में वृद्धि हुई।
आज, संगीत विश्वभर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो लोगों को एक साथ लाने और उनकी भावनाओं को व्यक्त करने में मदद करता है।संगीत की महान गायिका। काम करें।
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