एक बार की बात है कि एक क़ासिम नाम का व्यक्ति था,जो एक अमीर मुस्लिम परिवार से था, जिन्हें अपनी गाड़ी के लिए driver की तलाश थी , कासिम(परिवार का मुखिया) दरअसल हुआ ये था कि उस घर में दो गाड़ियां थी, जिसमे से एक क़ासिम की थी और दूसरी गाड़ी परिवार के लोगों(उसकी पत्नी,बच्चों, माँ-बाबा,)और दूसरे कामों के लिए थी, वैसे तो घर मे गाड़ियों के लिये दो driver थे पहले से, लेकिन किसी काम से घर की गाड़ी के ड्राइवर को दूसरे काम मे मज़बूरन जाना पड़ा, और वह अपनी नौकरी छोड़ कर कुछ वक़्त के लिए चला गया, चूंकि अब घर में भी बहुत से काम आगे रहते है और क़ासिम भी घर मे न थे कि उनकी गाड़ी से काम हो जाय, जिसके चलते उनहे थोड़ी परेशानिया होने लगी और काम देरी से होने लगें, जब क़ासिम को ये बात मालूम चली तो उसने अपने मुलाज़िम (personal अस्सिटेंट) से अखबार में एक इसतिहार /विज्ञापन(Add) निकालने को कहा , अब क़ासिम साहब तो शहर में थे नही तो उनका मुलाज़िम driver के ऐड के लिए योग्यता और अन्य जानकारी लेने के लिए क़ासिम साहब की पत्नी के पास जाता है उनकी पत्नी कुछ योग्यता और जरूरत के हिसाब से निम्न जानकारी देती...