ओणम 2025: इतिहास, महत्व, परंपराएँ और भारतीय संस्कृति में इसका स्थान introduction ۞🔰 भारत विविधताओं का देश है। यहाँ हर राज्य की अपनी संस्कृति और परंपराएँ हैं, जो हमारे समाज को और भी रंगीन और समृद्ध बनाती हैं। इन्हीं त्योहारों में से एक है ओणम , जो मुख्य रूप से केरल राज्य में मनाया जाता है। यह त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक फसल उत्सव (Harvest Festival) भी है। ओणम को पूरे 10 दिनों तक बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और इसमें पारंपरिक नृत्य, संगीत, नौका दौड़ और भव्य भोज का आयोजन होता है। ओणम त्यौहार ओणम महज एक पर्व नहीं, बल्कि केरल की सांस्कृतिक पहचान है। यह त्योहार हमें भारतीय संस्कृति की उस खूबसूरत झलक दिखाता है जहाँ समानता, भाईचारा और समृद्धि का संदेश छिपा है। ओणम का इतिहास🔰 ओणम की जड़ें प्राचीन संगम साहित्य (Sangam Literature) तक जाती हैं। इस साहित्य में ओणम को फसल उत्सव के रूप में वर्णित किया गया है। सबसे प्रमुख कथा राजा महाबली से जुड़ी है। महाबली एक असुर वंशीय राजा थे, लेकिन वे न्यायप्रिय, दानवीर और प्रजा-हितैषी शासक के रूप में...
यह ब्लॉग मात्र इस तथ्य पर आधारित है की जो लोग सोचते है।। मेरा कहना उन लोगो से है जो हमेशा किसी भी बात को समूह य किसी आम लोगो को निशाना साधते है। आप अपना परामर्श नीचे कमेंट कर सकते हैं।